कोच गोपीचंद की सिंधु को सीख- व्यस्त कार्यक्रम की शिकायत करना बंद करें और इससे तालमेल बैठाएं

भारतीय बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद ने शुक्रवार को कहा कि पीवी सिंधु जैसी खिलाड़ी को व्यस्त शिड्यूल की शिकायत नहीं करनी चाहिए। वे अपनी किताब 'ड्रीम्स ऑफ ए बिलियन' के अनावरण के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने वर्ल्ड बैडमिंटन फेडरेशन (बीडब्ल्यूएफ) के व्यस्त कार्यक्रम को खिलाड़ियों के लिए परेशानी खड़ी करने वाला माना। लेकिन यह भी कहा कि इससे तालमेल बैठाने की जिम्मेदारी भी उनकी ही है। खासतौर पर वर्ल्ड चैंपियन सिंधु जैसी खिलाड़ी को तो शिड्यूल की शिकायत करने की बजाए इसके हिसाब से खुद को तैयार करना चाहिए।  


उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वे अपनी कुछ गलतियों पर ध्यान दे रही हैं और उम्मीद है कि हम जल्दी इसे दूर कर लेंगे। वे रियो ओलिंपिक की तरह टोक्यो में भी देश के लिए मेडल हासिल करेंगी। हमारे पास कोच के रूप में दक्षिण कोरिया के ते सैंग हैं। जो पुरुष टीम के साथ भी काम कर चुके हैं। वहीं, ट्रेनर श्रीकांत और फीजियो भी उनके साथ काम कर रहे हैं। ऐसे में ओलिंपिक से पहले हमारी तैयारी काफी अच्छी होगी।’’


गोपीचंद ने कहा- सिंधु के पास टोक्यो में मेडल जीतने का अच्छा मौका


गोपीचंद ने आगे कहा, ‘‘मेरा मानना है कि सिंधु के पास मेडल जीतने का अच्छा मौका है। ये अलग बात है कि उन्हें थाई खिलाड़ी जू यिंग, कैरोलीन मारिन या जापानी खिलाड़ियों से चुनौती मिलेगी। लेकिन मुझे विश्वास है कि अच्छी तैयारी के दम पर वो वापसी करेंगी।’’ 


साइना ने पिछले साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था


पिछले साल अगस्त में वर्ल्ड चैंपियनशिप का गोल्ड छोड़ दें तो सिंधु कोई भी टूर्नामेंट नहीं जीत पाईं। वे चाइना ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट के दूसरे राउंड में हारकर बाहर हो गईं। वहीं, वे कोरिया और चाइना ओपन के पहले दौर से ही आगे नहीं बढ़ पाईं।


साइना- श्रीकांत के लिए टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करना चुनौती : गोपीचंद 


सिंधु ने तो टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया है। लेकिन साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत के सामने क्वालिफाई करना बड़ी चुनौती है। ये दोनों खिलाड़ी दो दिन पहले ही थाईलैंड मास्टर्स टूर्नामेंट के पहले राउंड में ही हार गए थे। वर्ल्ड रैंकिंग में साइना जहां 18वें स्थान पर हैं, जबकि श्रीकांत 14वें पायदान पर हैं। हर देश को ओलिंपिक सिंगल्स में दो कोटा मिलने हैं। इसकी अंतिम तारीख 28 अप्रैल 2020 है। इस दौरान अगर खिलाड़ी टॉप-16 में शामिल रहेगा, तो ही उसे ओलिंपिक का टिकट मिलेगा।


कोच गोपीचंद ने कहा कि ओलिंपिक क्वालीफिकेशन तक सात टूर्नामेंट खेले जाने हैं। एक-दो टूर्नामेंट में भी अगर यह दोनों अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब रहे तो फिर ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने के करीब पहुंच सकते हैं।